Best Business Ideas||
Prawn Fish || Jhinga Fish|| झींगा मछली|| How to start Prawn Fish Business|| झींगा मछली का व्यापार||
झींगा मछली के व्यापार में बम्पर कमाई के अवसर। अनगिनत माँग, आप भी शुरू करें।
- लाभ की सम्भावना अधिक
- झींगा मछली का पालन कैसे करें
- उचित जगह का चयन
- उचित मीठे पानी की व्यवस्था
- झींगा मछली के निर्यात में रेकर्ड वृद्धि
- देश के आर्थिक विकास में सहायक
झींगा मछली का बिजनेस कैसे शुरू करें
झींगा पालन के लिए एक अच्छा क्षेत्र 1,500 वर्ग फुट का होना चाहिए। झींगे की खेती के लिए, आपको 8 x 8 फीट के आयाम वाला एक तालाब तैयार करना होगा, जिसकी गहराई लगभग 5 फीट होनी चाहिए। शुरुआत में, प्रति एकड़ तालाब में लगभग 75,000 रुपए की लागत आएगी। फिर, लगभग 8 से 9 महीनों में झींगा मछली तैयार हो जाती है। 27 June 2024
उचित जगह की व्यवस्था:
![]() |
Prawn Fish झींगा मछली |
झींगा पालन के लिए, 1,500 वर्ग फुट का क्षेत्र बहुत उपयुक्त होता है। झींगे की खेती के लिए, आपको 8 x 8 फीट के आयाम वाला एक तालाब बनाना होगा, जिसकी गहराई लगभग 5 फीट होनी चाहिए। शुरुआत में, प्रति एकड़ तालाब की लागत 75000 रुपए होगी।
झींगा मछली पालन वर्तमान समय में एक अच्छा तरीका हो सकता है जिससे पैसे कमाए जा सकते हैं. झींगा पालन करने से लाभ के अवसर पैदा होते हैं।मुख्य रूप से, झींगा एक प्रकार की मछली है जिसकी स्वादिष्टता के कारण इसकी बाजार में बहुत बड़ी मांग है ।
Must Read:
What is PSU? सार्वजनिक उपक्रम के स्टॉक में निवेश कैसे करें?
झींगा बिज़्नेस में लाभ की सम्भावना अधिक होती है।
झींगा एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो हमारे लिए बहुत सारे लाभ प्रदान करता है। इसमें फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है जो हमारे दिल के लिए बहुत फायदेमंद होती है।
झींगा का पालन
![]() |
झींगा का पालन और गांव और शहर कहीं भी |
झींगा पालन के लिए एक अच्छा विकल्प है कि आप 1,500 वर्ग फुट के क्षेत्र में शुरू करें. एक 8 x 8 फीट का तालाब तैयार करें, जिसकी गहराई लगभग 5 फीट होनी चाहिए. इसके लिए प्रति एकड़ तालाब में 75000 रुपए की लागत आएगी. झींगा मछली तैयार होने में लगभग 8 से 9 महीने लगते हैं।
झींगा मछली पालन
तालाब में झींगा पालने के लिए आकार बहुत महत्वपूर्ण होता है. अपने व्यावसाय के लिए एक अच्छे खेत का चयन करें जहां आप व्यावसायिक रूप से झींगा उगा सकते हैं। इसके साथ ही, वह स्थान पर पानी की उपलब्धता भी आवश्यक है. झींगा पालन के लिए एक अच्छा और स्वच्छ पानी का स्रोत वाला तालाब होना चाहिए. इसके अलावा, अच्छी गुणवत्ता के बीजों का उपयोग करना चाहिए।
तालाब के आधार में मिट्टी पीएच के साथ साफ सतह होनी चाहिए, जो 7 से 8 के बीच होनी चाहिए. तालाब के किनारे की सतहों पर उपयुक्त रोग प्रतिरोधी रासायनिक उर्वरकों का छिड़काव करें ताकि तालाब में मौजूद शिशु झींगा को बीमारी से दूर रखा जा सके. साथ ही गोबर की खाद तालाब में उर्वरता और प्रजनन क्षमता बढ़ाने मेंसहायक होती है और पौधों और प्लवकों की वृद्धि को भी बढ़ाती है। अपनी जलवायु स्थिति के आधार पर विशिष्ट उच्च उपज देने वाली नस्ल उगाएं. इससे अच्छा रिटर्न प्राप्त किया जा सकता है क्योंकि यह नस्ल तेजी से बढ़ रही है और उसे न्यूनतम देखभाल और प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
Must Read:
Small business Ideas at home for ladies
- झींगा पालने के लिए जल उपचार करना एक महत्वपूर्ण कदम है जो स्वस्थ झींगे की उत्पत्ति के लिए आवश्यक है।
- इसके लिए, पहले तालाब के पानी में मौजूद तत्वों की जांच करनी चाहिए।
- उसके बाद, उच्च गुणवत्ता वाले झींगे की उत्पत्ति के लिए उपयुक्त जल उपचार का उपयोग करना चाहिए।
- इससे सभी आवश्यक तत्वों को तालाब के पानी में मिलाने में मदद मिलेगी और झींगे का उत्पादन बढ़ाया जा सकेगा।
यदि आपका तालाब 50 मीटर लंबा, 30 मीटर चौड़ा और दो फीट गहरा है, तो आप उसमें कम से कम 3,000 से अधिक झींगा डाल सकते हैं. उनके स्वस्थ विकास के लिए उन्हें दिन में दो से तीन बार भोजन दें. इस व्यवसाय योजना में प्रारंभिक पूंजी के रूप में केवल 50,000 रुपये का निवेश करके आसानी से 3 लाख से अधिक की कमाई की जा सकती है।
एक साल में चार बार तैय्यार हो जाती है झींगा, फिर भी माँग में कोई कमी नही।
झींगा Fish की देश विदेश मे भारी मांग रहती है
झींगा मछली का बिजनेस कैसे शुरू करें?
झींगा मछली के चीन-अमेरिका बड़े उपभोक्ता हैं। देश में भी धीरे-धीरे झींगा की मांग बढ़ रही है। बेशक घरेलू बाजार में फ्रोजन झींगा की मांग कम है. बाजार में झींगा के रेट उसके वजन नहीं साइज के हिसाब से तय होते हैं. साइज के चलते साल में तीन से चार बार झींगा की फसल तैयार हो जाती है. पानी इसके मुताबिक हो तो उत्पादन भी खूब होता है. झींगा किसी भी दूसरी मछली से ज्यादा मुनाफा देने वाली फसल है, लेकिन खास पानी के चलते इसका पालन हर जगह नहीं किया जा सकता है|
Must Read:
8th pay commission coming soon
फ़्रोज़न झींगा का निर्यात बढ़कर हुआ रेकर्ड 8 वर्षों में 233%
जतीन्द्र नाथ स्वैन, केन्द्रीय मछली विभाग के सचिव, द्वारा बताया गया है कि यदि हम फ्रोजन मछली के प्रति लोगों का विश्वास जीतना चाहते हैं, तो हमें घरेलू मछली की सप्लाई में भी एक्सपोर्ट क्वालिटी वाले नियमों को लाना होगा।
झींगा पालन से लेकर उसे ज्यादा से ज्यादा एक्सपोर्ट करने की बात ऐसे ही नहीं चल रही है, क्योंकि हाल ही में केन्द्र सरकार ने मत्स्य और पशुपालन मंत्रालय का बजट बढ़ा दिया है। यह बजट बढ़ोतरी झींगा पालन के लिए एक अच्छी खबर है क्योंकि इससे इस क्षेत्र में निवेश और विकास की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
झींगा मछली का देश के आर्थिक विकास में योगदान:
झींगा पालन एक महत्वपूर्ण मत्स्य उत्पादन कार्यक्रम है जो देश के खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस कार्यक्रम के तहत, झींगा पालन को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाएं और नीतियां शुरू की गई हैं।
सीफूड एक्सपोर्ट को और बढ़ावा देने के लिए मंत्रालय सागर परिक्रमा फेज थ्री का आयोजन कर रहा है। केन्द्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला गुजरात से लेकर महाराष्ट्रा तक इसकी कमान संभाले हुए हैं|
इस तरह से झींगा घर घर बेची जाती है ।
घरेलू बाजार में भी झींगा को बढ़ावा दिया जा रहा है. फ्रोजन झींगा का बाजार तैयार करने के लिए मथुरा, यूपी से बड़ी संख्या में वेंडर बाइक पर आइस बॉक्स में झींगा लेकर फरीदाबाद, दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद आ रहे हैं. यह वेंडर बाजारों में खड़े होने के साथ ही कॉलोनियों और सोसाइटियों में घूमते हैं. ग्राहक मिला तो ठीक, नहीं तो वेंडर घर पर ही अपना फ़ोन No. छोड़ जाते है।
Must Read
करोड़पति बनाने वाले टॉप SIP फ़ंड्ज़
2003-2004 के 72000 cr. के मुक़ाबले 2014 से 2021 तक झींगा के व्यापार में 2.40 की बम्पर वृद्धि हुई।
जब हम मत्स्य और पशुपालन मंत्रालय के आंकड़ों पर ध्यान देते हैं, तो हम देखते हैं कि 2003-04 से 2013-14 तक फ्रोजन झींगा का निर्यात 72 हजार करोड़ रुपये था. जबकि 2014-15 से 2021-22 तक फ्रोजन झींगा का 2.39 लाख करोड़ रुपये का निर्यात हो चुका है. यह एक बड़ी सफलता है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में झींगे की मांग के कारण सीफूड निर्यात करने वाली कंपनियां भी बहुत उत्साहित हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई जगह अपने भाषणों में सीफूड निर्यात बढ़ाने और उसे हर संभव मदद की बात कही है।
विदेशों में झींगा मछली की डिमांड बहुत ज़्यादा है।

देश और विदेशों के बाजार में हर तरह के साइज वाले झींगा की डिमांड है, जैसे कि चीन और अमेरिका में बड़े साइज का झींगा ज्यादा खाया जाता है।
जब हम 14 से 15 ग्राम की बात करते हैं, तो इसकी सबसे अधिक मांग होती है। एक किलो वजन में यहां 60 से 70 पीस उपलब्ध होते हैं। नौ ग्राम का झींगा भी बाजार में उपलब्ध है, लेकिन इसकी मांग कम है। इसके रेट विदेशी बाजारों के अनुसार बदलते रहते हैं, लेकिन वर्तमान में यहां लगभग 350 से 360 रुपये के आसपास ही बिक रहे हैं|
अधिक जानकारी के लिए आप राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड (NFDB) की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं।
Fast Asking Question (FAQ)
प्रश्न: झींगा मछली कितने रुपये किलो मिलती है?
उत्तर: वैसे तो झींगा की माँग विदेशों में बहुत ज़्यादा है,लार्किन फिर भी बाज़ार में 400 Rs. किलो मिल जाती है।
प्रश्न: झींगा मछली का वजन कितना होता है?
उत्तर: वैसे तो झींगा मछली आमतौर पर 45 gm यानी 1 pound लेकिन ऐसा भी मानना है झींगा का आकार और वजन कई किलो भी होता है।
Must Read:
loan for ladies without income proof
प्रश्न: झींगा की क्या विशेषता है?
उत्तर: – झींगा एक अद्वितीय प्राणी है जिसका शरीर अर्धपारदर्शी होता है।1. इसका चपटा शरीर उसे अगल-बगल से आसानी से घुसने और बाहर निकलने में मदद करता है।2. झींगे का पेट लचीला होता है और वह पंखे जैसी पूंछ में समाप्त होता है।3. इसके उपांग तैरने के लिए संशोधित होते हैं और इसके एंटीना लंबे और चाबुक जैसे होते हैं।5. झींगा सभी महासागरों में पाया जाता है, चाहे वह उथले और गहरे पानी में हो या मीठे पानी की झीलों और धाराओं में।
प्रश्न: कितने दिन में तैय्यार हो जाती है झींगा मछली?
उत्तर: अगर झींगा पालन में किसी भी तरह की कमी रह भी जाती है तो ज्यादा से ज्यादा 90 दिन में तो हर हाल में तैयार हो ही जाती है इसके अलावा अगर बड़े साइज का झींगा तैयार करना है तो ज्यादा से ज्यादा चार महीने में तैयार हो जाएगा।
Disclaimer: दोस्तों ये आर्टिकल हमने पत्र पत्रिकाओं, अख़बारों, और अन्य प्रकार केसाधनों द्वारा लिखा गया है, हमारी पूरी कौशिश रहती की आपको सही जानकारी मिले, यदि फिर भी कोई गलती हो सकती है जिसके हम ज़िम्मेदार नहीं है।
दोस्तों ये जानकारी आपको कैसी लगी हमें comments section में लिखें।
Q.1. झींगा मछली पालन बिजनेस क्या है?
Ans. झींगा मछली पालन (Shrimp Farming) एक कृषि आधारित व्यापार है जिसमें झील या तालाब में झींगा मछलियों का पालन कर बाजार में बेचा जाता है। यह मुनाफेदार और तेजी से बढ़ता हुआ बिजनेस है।
Q. 2. झींगा पालन शुरू करने के लिए कितनी जगह चाहिए?
Ans. इस बिजनेस को छोटे स्तर पर 1 एकड़ जमीन से भी शुरू किया जा सकता है। व्यवसाय के विस्तार के लिए ज़मीन, जल स्रोत और जल प्रबंधन की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।
Q. 3. झींगा पालन में कौन-कौन सी प्रजातियां पाल सकते हैं?
भारत में मुख्य रूप से दो झींगा प्रजातियां पाली जाती हैं:
- वनीनामई (Vannamei Shrimp)
- ब्लैक टाइगर (Black Tiger Shrimp)
इन दोनों की बाजार में अच्छी मांग है और एक्सपोर्ट के लिए भी उपयुक्त हैं।
Q. 4. झींगा पालन बिजनेस में कितना खर्च और मुनाफा होता है?
Ans. 1 एकड़ में झींगा पालन शुरू करने पर लगभग ₹3 से ₹5 लाख तक खर्च आता है। अगर प्रबंधन अच्छा हो तो 6-8 महीने में ₹7 से ₹10 लाख तक मुनाफा कमाया जा सकता है। Profit बहुत अच्छा है।
Q. 5. झींगा मछली पालन के लिए कौन-कौन से लाइसेंस या अनुमति चाहिए?
Ans. झींगा पालन शुरू करने के लिए सरकार से कुछ आवश्यक अनुमति लेनी होती है:
- मत्स्य पालन विभाग का रजिस्ट्रेशन
- जल स्रोत की अनुमति
- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मंजूरी (कुछ क्षेत्रों में)
Disclaimer: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। निवेश या व्यवसाय शुरू करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें और स्थानीय नियमों की जानकारी प्राप्त करें। वेबसाइट किसी भी प्रकार के लाभ-हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होगी।
Yaha artical aspko kaisa laga hame comments avashya karen “setmoneyinvest.com”