रियल इस्टेट॥Best Carrier in Real Estate||प्रॉपर्टी में रोज़गार के नए अवसर॥
रियल एस्टेट का अर्थ क्या है?

Property Market में रोजगार की मांग लगातार बढ़ रही है।
- रियल एस्टेट (properties)को भूमि और किसी भी स्थायी संरचना, जैसे घर, या भूमि से जुड़े सुधार, चाहे प्राकृतिक हो या मानव निर्मित, के रूप में परिभाषित किया गया है।
- रियलएस्टेट एक असल सम्पत्ति का एक रूप है। यह निजी संपत्ति से अलग होती है, जो स्थायी रूप से भूमि से जुड़ी नहीं होती एहै, जैसे वाहन, नावें, गहने, फर्नीचर और कृषि उपकरण।
- रियल एस्टेट को वास्तविक संपत्ति माना जाता है जिसमें जमीन और उससे स्थायी रूप से जुड़ी या उस पर बनी कोई भी चीज़ शामिल होती है, चाहे वह प्राकृतिक हो या मानव निर्मित।
- रियल एस्टेट की पांच मुख्य श्रेणियां हैं जिनमें आवासीय, वाणिज्यिक, औद्योगिक, कच्ची भूमि और विशेष उपयोग शामिल हैं।
- रियल एस्टेट में निवेश में घर, किराये की संपत्ति या जमीन खरीदना शामिल है।
रियल एस्टेट में अप्रत्यक्ष निवेश REITs के माध्यम से या पूल्ड रियल एस्टेट निवेश के माध्यम से किया जा सकता है।
विकसित भारत का रास्ता रियल एस्टेट के माध्यम से होकर निकलेगा, 2030 तक प्रॉपर्टी बाजार में ज़बरदस्त तेज़ी आएगी
जानकारों के अनुसार इस क्षेत्र का योगदान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 15 प्रतिशत होगा और वर्ष 2030 तक बाजार का आकार एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगा।
दोस्तों जो विकसित भारत का सपना हम देख रहे है (Developed India) वो रास्ता रियल एस्टेट से होकर निकलेगा। इसके लिए प्रॉपर्टी बाजार को अत्यधिक परिपक्व, पारदर्शी और संगठित होने की जरूरत है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी के अनुसार 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वर्ष 2030 तक प्रॉपर्टी बाजार का आकार एक लाख करोड़ डॉलर तक होना चाहिए।
पुरी ने बताया कि विकसित भारत को रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों क्षेत्रों में अत्यधिक महत्वपूर्ण और विकसित रियल एस्टेट क्षेत्र की भी आवश्यकता होगी। उन्होंने इस बात को उजागर किया कि डेटा सेंटर और वेयरहाउसिंग सहित वाणिज्यिक रियल एस्टेट में निवेश आ रहा है। इसके अलावा, रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट्स) की शुरुआत से भी रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने में मदद मिली है। पुरी ने कहा, “रेरा एक परिवर्तनकारी घटना थी। अर्थव्यवस्था के सबसे बड़े क्षेत्रों में से एक के पास लगभग 70 वर्षों तक कोई नियामक नहीं होना चकित करने वाला था
भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर के बारे में यह दावा किया जा रहा है कि अगले 25 सालों में इसमें जबरदस्त विकास हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस सेक्टर का योगदान भारतीय जीडीपी में 7.3 फीसदी से बढ़कर 15.5 फीसदी तक होने की संभावना है। इसके साथ ही, इस बाजार की मान्यता भी बढ़ सकती है और 2047 तक इसका आकार 5,800 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
रियल इस्टेट सेक्टर रोज़गार की अपार सम्भावनाएँ लेकर आ रहा है ,नौकरी करे या स्वयं का कारोबार मालामाल होंगे।
नौकरी में अवसर:
रियल इस्टेट सेक्टर में करियर के लिए अपार अवसर हैं जो तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां 12वीं या स्नातक के बाद कई पाठ्यक्रम हैं, जिन्हें पूरा करके आप इस क्षेत्र में एक उत्कृष्ट करियर बना सकते हैं।
रियल एस्टेट में करियर: रियल एस्टेट व्यवसाय अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों में से एक है। यह सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसमें युवाओं के लिए कई संभावनाएं हैं। वर्तमान समय में इस सेक्टर में नौकरियों की बहुत भरमार है। प्रायः सभी बड़ी कंपनियां इस सेक्टर में काम कर रही हैं और नए रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रही हैं।
You also must read:
Credit Score: Very important fo loan
एक गरीब आदमी लोन ना चुकाए तो क्या होगा
रियल एस्टेट सेक्टर में करियर बनाने के लिए आपको उच्चतम शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए ताकि आप इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकें। इसके लिए आप विभिन्न कोर्सेज जैसे कि एमबीए, एमए, या फिर सर्टिफिकेट प्रोग्राम्स को पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा, आप सिविल इंजीनियरिंग भी पढ़ सकते हैं जो आपको इस उद्योग में उच्च स्तर की नौकरी प्राप्त करने में मदद कर सकती है।
अपना स्वयं का कारोबार स्थापित करें:
1- बाजार में रीसर्च करना बहुत ज़रूरी है।
दोस्तों, हम सबसे पहले बात करेंगे बाजार अनुसंधान के बारे में। किसी भी व्यवसाय की शुरुआत से पहले, हमें उसके बाजार के बारे में अच्छे से जानना बहुत जरूरी होता है। बाजार में अनुसंधान करने से मतलब सिर्फ अपने उत्पाद के बारे में जानकारी हासिल करना ही नहीं होता है। बल्कि उससे जुड़े बाजार की मांग, बाजार मूल्य, बाजार में लोगों की दृष्टि और ग्राहक की सोच सबको देखना होता है। रियल एस्टेट के क्षेत्र में, बाजार में किस प्रकार के परियोजना की मांग चल रही है और लोग किस प्रकार के घर को चाहते हैं, उसे समझना बहुत जरूरी है।
आजकल लोग हाई प्रोफाइल सोसाइटी में हाई प्रोफाइल फ्लैट और मकान की चाह रखते हैं। अब पहले कि जैसे हाउस की डिमांड नहीं रही लाइफस्टाइल और रहन-सहन में भी अब बहुत सारी परिवर्तन और मॉर्डनाइजेशन आ चुका है। उसी तरह से न सिर्फ घर और ऑफिस को बनाने का तरीका बदल गया है बल्कि उसमें लगने वाले मटेरियल भी चेंज हो चुके हैं। स्टाइल के साथ-साथ डिमांड भी पूरी तरह से चेंज हो गई है लेकिन स्ट्रेटजि सेम ही है।
2 – बिक्री और विपणन योजना
जैसा कि बाजार में जाने के बिना बाजार के बारे में ज्ञान नहीं हो सकता, उसी तरह रियल एस्टेट में हम बिक्री तक नहीं पहुंचेंगे तब तक हमें इसके बारे में ज्ञान नहीं होगा। किसी भी संपत्ति को बनाने और उसे बेचने में जो प्रक्रिया होती है, वह प्रक्रिया बिक्री और विपणन है। इन सभी कार्यों के बीच जो प्रक्रिया होती है, जैसे ग्राहक को परियोजना दिखाना, उसे अपनी परियोजना के लिए मनाना, किसी भी तरीके से उसे आपकी परियोजना की ओर आकर्षित करना, और अंत में उसे इस परियोजना को बेच देना, ये सभी रियल एस्टेट में बिक्री और विपणन के अंतर्गत आता है|
जिसके लिए सबसे पहले एक अच्छी योजना बनाना जरूरी है। यह बात विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा, सरकारी कार्य, निर्माण, यात्रा, और किसी भी अन्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। एक अच्छी योजना बनाने के लिए व्यक्ति को अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों को स्पष्ट करना चाहिए। यह योजना उन चरणों को शामिल करना चाहिए जो उसे अपने लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद करेंगे।
मैनज्मेंट प्लान
हर प्रोजेक्ट के लिए एक अच्छी शुरुआत जिसके लिए सबसे पहले एक अच्छी योजना बनाना जरूरी है। यह बात विशेष रूप से व्यापार, शिक्षा, सरकारी कार्य, निर्माण, यात्रा, और किसी भी अन्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। एक अच्छी योजना बनाने के लिए व्यक्ति को अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों को स्पष्ट करना चाहिए। यह योजना उन चरणों को शामिल करना चाहिए जो उसे अपने लक्ष्य तक पहुंचाने में मदद करें|
एक अच्छी योजना बनाने के लिए व्यक्ति को अपने संसाधनों की गणना करनी चाहिए। यह संसाधन विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि वित्तीय, मानव, भौतिक, और तकनीकी संसाधन। यह योजना उन संसाधनो के लिए, एक अच्छी ट्रांसपोर्ट सुविधा वाली जगह चुनना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
4. क़ानूनी सलाहकार से सलाह लेना ज़रूरी
रियल एस्टेट में प्रोजेक्ट के लिए पूरी एक टीम होती है। आपकी टीम में पेपर के कानूनी दांव पेज को संभालने के लिए एक लीगल एडवाइजर और अलग-अलग डिपार्टमेंट से अलग-अलग लोग होने चाहिए। ताकि आप की प्रॉपर्टी सेलिंग में किसी भी प्रकार की रुकावट ना आए और कोई भी काम रूके ना।.
5. लोगों से अछे सम्पर्क बनाए
अच्छे संपर्क बनाने और बढ़ाने के लिए आपको लोगों के साथ सामाजिक गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए। आपको लोगों से मिलना और उनकी दुनिया में शामिल होना शुरू करना चाहिए ताकि आप उन्हें जान सकें और अच्छे लोगों से मिल सकें। इससे आपकी संपर्क सूची में अच्छे संपर्क होंगे और अच्छे व्यापारी होंगे, जिससे आपकी संपत्ति में लोग रुचि दिखाएंगे और आप इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे।
6. अपने बिज़्नेस का रेजिस्ट्रेशन अवश्य करवाएँ।
व्यापार के लिए पंजीकरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे पहले कि आप रियल एस्टेट व्यवसाय शुरू करें, अपने व्यवसाय का पंजीकरण जरूर करवाएं। साथ ही, सभी आवश्यक कागजात का पूरा ध्यान रखें ताकि आपको अपने व्यवसाय में किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
7. अपने क्लाइंट के बजट का ध्यान रखें
इस व्यवसाय में एक और बड़ा लाभ है कि यह लोगों को उनके बजटके अनुसार संपत्ति प्रदान करने में मदद करता है। इसलिए हमेशा लोगों की पसंद और स्थान के आधार पर ही प्रॉपर्टी दिखाने का प्रयास करें।
8. अपना कमिशन ज़्यादा ना रखें
अपना कमीशन रखते समय यह भी ध्यान देना चाहिए कि ग्राहक को ज्यादा न लगे, इसलिए कमीशन की राशि को ग्राहक के हिसाब से होना चाहिए। इससे ग्राहक का भरोसा बना रहेगा और आपकी गुडविल को कोई नुकसान नहीं होगा।
9. सही नियम और नीति से काम करें
मित्रों, यदि आप अपने व्यवसाय में अपनी नीति और नियत सही रखते हैं तो आपको व्यवसाय में सफलता मिलने से कोई नहीं रोक सकता है। इसलिए आपको प्रॉपर्टी से संबंधित जितनी भी आवश्यक जानकारी हो, उसे अपने ग्राहकों को जरूर बताएं। उसके बाद उन्हें निर्णय लेने दें कि वे क्या प्रॉपर्टी खरीदना चाहते हैं या नहीं, क्योंकि आपके ग्राहक को इस प्रॉपर्टी से संबंधित सभी सही तथ्यों को जानने का पूरा अधिकार है।
10. सही मार्गदर्शन
दूसरे शहर में निवास करने वाले लोगों के लिए एक अच्छा मार्गदर्शन उपलब्ध कराना बहुत महत्वपूर्ण होता है और उन्हें उचित संपत्ति की खोज में भी मदद करता है। इसलिए, कृपया अपने ग्राहकों को कभी भ्रमित न करें और उन्हें उनके बजट और स्थान के अनुसार सही जानकारी प्रदान करें।
11. फ़र्निशिंग और अन्य सुविधाओं का फ़ायदा का फ़ायदा मिलेगा
वर्तमान समय में जिस तरह की कंस्ट्रक्शन पर जोर है उसे देखते हुए एक ही जगह पर सारी सुविधाएं प्रदान करने वाला रियल एस्टेट बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। हर कोई सोचता है कि उसे अपनी जरूरी आवश्यकताओं के लिए बहुत दूर न जाना पड़े जहां उसका घर हो उसके आसपास ही उसे सारी सुविधाएं मिल सके तो रियल एस्टेटयह सारी सुविधाएं देकर ही उसे एक प्रॉपर्टी दिलाने का काम कर रहा है।
12. अपने आसपास के बिल्डर्ज़ और इन्वेस्टर्ज़ के सम्पर्क में रहें
13. रियल इस्टेट बिज़्नेस शुरू करने से पहले आपको ये काम भी करना होगा ।
दोस्तों, रियल एस्टेट एजेंट के रूप में काम शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको रेरा में पंजीकरण करवाना होगा। इसके बाद, आपको लाइसेंस और पंजीकरण की पूरी प्रक्रिया को पूरा करना होगा। पंजीकरण के 1 हफ्ते के अंदर ही आपको पंजीकरण नंबर मिलेगा, जिसके बाद आप अपना काम शुरू कर सकेंगे। इसके साथ ही, आपको उन लोगों से संपर्क करना होगा जो प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने के इच्छुक हैं।
14. प्रॉपर्टी खरीदने वाले लोगों की खोज करें।
इस व्यापार में प्रॉपर्टी बेचने वालों की जरूरत होती है, उसी तरह आपको प्रॉपर्टी खरीदने वालों की भी खोज करनी पड़ेगी। जब कोई ग्राहक अपनी प्रॉपर्टी को बेचना चाहता है, तो उसकी पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद आपको उसी तरह के खरीदार की खोज करने की जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है।
कस्टमर से मिलने के बाद, प्रॉपर्टी के बारे में सभी जानकारी लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उसे पूछें कि वह किस तरह की प्रॉपर्टी चाहता है, कौन से एरिया में चाहता है, उसका बजट क्या है, उसके घर में कौन-कौन मालिक है, कितने लोगों के लिए चाहिए। इसके बाद, यदि सभी जानकारी सही होती है, तो ही उस प्रॉपर्टी को दिखाएं।
प्रॉपर्टी को दिखाने के बाद अगर डील फाइनल हो जाती है कि कस्टमर को वही प्रॉपर्टी खरीदनी है, तो उसमें आपको अपना कमीशन जोड़ना चाहिए। प्रॉपर्टी बेचने के बाद आप अपना कमीशन ले सकते हैं और जितने पैसे पर सेल निर्धारित हुई थी, वह उसके मालिक को दे सकते हैं। इन सभी कार्यवाही के बीच में आपको स्टेप बाय स्टेप अपने खुद के व्यक्तियों से कानूनी कागजात बनवाने और रजिस्टर करवाने का खर्च उठाना पड़ेगा।
किस प्रकार के काम होते है रियल इस्टेट सेक्टर में ?
इस क्षेत्र में, आपको घर, प्लॉट, ऑफिस, और औद्योगिक जमीन की खरीद और बिक्री के लिए काम करना होता है. आपको अच्छी मार्केटिंग क्षमता होनी चाहिए और आपको खरीदार को समझाने में सक्षम होना चाहिए. आपकी वार्तालाप कौशल भी अच्छी होनी चाहिए, ताकि आप खरीदारों को आकर्षित कर सकें।
इन संस्थानों से आप अपनी पढ़ाई कर सकते हैं:
1. विश्वविद्यालयों से सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री या डिप्लोमा कर सकते हैं, जो आपको रियल एस्टेट सेक्टर में करियर बनाने में मदद करेगा।
2. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कंस्ट्रक्शन मैनेजमेंट एंड रिसर्च, मुंबई (NICMAR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रियल एस्टेट मैनेजमेंट, नई दिल्ली (NIREM) द्वारा संचालित कई कोर्सेज भी कर सकते हैं, जो आपको रियल एस्टेट क्षेत्र में करियर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
रियल इस्टेट में प्रगति के अवसर के साथ साथ रोज़गार की सम्भावनाएँ बढ़ेंगी।
रियल एस्टेट सेक्टर का देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान होगा, जैसा कि नारेडको इंडिया के अध्यक्ष राजन बंदेलकर ने बताया। उन्होंने कहा कि साल 2047 तक भारत की आजादी के 100 वें साल में इस क्षेत्र में विकास होगा और देश के आर्थिक विस्तार में इसका महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।
बंदेलकर ने यह दावा किया है कि रियल एस्टेट सेक्टर का विकास देश की आर्थिक विकास और विस्तार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। इसके माध्यम से नए निवेशकों को आकर्षित किया जा सकेगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। रियल एस्टेट सेक्टर के विकास से न केवल निवेशकों को लाभ मिलेगा।
इस क्षेत्र में कमाई कितनी हो सकती है?
शुरुआत में: ₹15,000 – ₹30,000 प्रति माह
अनुभव के साथ: ₹50,000 – ₹1,50,000 प्रति माह
रियल एस्टेट एजेंट्स: हर डील पर अच्छा कमीशन भी कमाते हैं
रियल एस्टेट करियर के फायदे
खुद का काम शुरू करने का मौका
जितना अधिक नेटवर्किंग, उतनी अधिक कमाई
मार्केट के बढ़ने के साथ करियर में भी तेज़ी से विकास
रियल एस्टेट सीखने के लिए कहाँ से मदद लें?
YouTube पर Nikhil Kamath, CA Nitin Bhatia जैसे चैनल्स से शुरुआत करें
NPTEL, Coursera और Udemy जैसे प्लेटफार्म पर सस्ते और अच्छे कोर्स उपलब्ध हैं
RERA India, CREDAI जैसे वेबसाइट्स से नई जानकारी लें
disclaimer: फ़्रेंड्ज़ ये आर्टिकल हमने न्यूज़ पेपर, पत्र पत्रिकाओं और सोच के मुताबिक़ लिखा है इसके यदि किसी को कोई आपत्ति है या कोई गलती है तो हम इसके ज़िम्मेदार नहीं है ,और यदि आपको इस आर्टिकल से कोई लाभ हुआ या पसंद आया तो comment करके ज़रूर बताएँ ।
Real Estate (Job Opportunities) FAQ
Q. 1. क्या रियल एस्टेट सेक्टर में भविष्य में नौकरियों की संभावनाएं हैं?
Ans. हाँ, रियल एस्टेट एक तेजी से बढ़ता हुआ सेक्टर है। जैसे-जैसे शहरीकरण, इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग की मांग बढ़ेगी, नौकरियों की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
Q. 2. रियल एस्टेट में कौन-कौन सी जॉब प्रोफाइल्स होती हैं?
रियल एस्टेट में कई प्रोफाइल्स हैं, जैसे:
- Property Consultant (ब्रोकर)
- Real Estate Marketing Manager
- Site Engineer
- Legal Executive (Property Documents)
- Valuation Expert
- CRM (Customer Relationship Manager)
Q. 3. क्या रियल एस्टेट सेक्टर में फ्रेशर्स को नौकरी मिल सकती है?
Ans. जी हाँ, फ्रेशर्स के लिए भी Marketing, Sales और Customer Handling जैसी entry-level jobs उपलब्ध हैं। Proper communication और convincing skill जरूरी होती है।
Q. 4. रियल एस्टेट में अच्छी सैलरी कैसे पाएं?
- अनुभव (Experience) बढ़ने पर सैलरी बेहतर होती है
- Commission-based जॉब में इनकम असीमित हो सकती है
- Skills जैसे Legal Knowledge, Negotiation, Digital Marketing बढ़ाएं
Q. 5. कौन-कौन सी पढ़ाई या कोर्स रियल एस्टेट करियर में मदद कर सकते हैं?
- BBA/MBA in Real Estate Management
- Certificate in Real Estate Law
- Diploma in Property
- Management
RERA Certification (India में ज़रूरी)